Shyam Sunder JyaniJan 26, 20213 minजनवादी बुनियाद की वैचारिक जद्दोजहद और एक नई सामाजिकता की जरूरतहमारा समाज अच्छी किताबों को पढ़ने और उन पर सार्थक विचार-विर्मश करने को लेकर खास उत्साह नहीं रखता